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\'दमदार\' आईपीएस किम
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समाचार नाऊ ब्यूरो | Publish Date:17:27:00 PM / Fri, Mar 13th, 2015 | Updated Date:normal
बचपन में सोचा था, बड़ी होकर आईपीएस बनूंगी और आज आईपीएस हैं। एक \'दमदार\' आईपीएस। जी हम चर्चा कर रहे है बिहार की आईकॉन एसपी किम की।डी सिंघम के नाम से मशहूर किम भी स्वीकार करती हैं की पुरूष प्रधान देश में महिलाओं को अपने लिए स्थान बनाना आसान नहीं है। वे कहती हैं कि महिलाओं को अपने काम में कई प्रकार की परेशानी का सामना करना पड़ता है। किम ने महिलाओं से कहा की वे परेशानियों का डटकर मुकाबला करें, अपना आत्म विश्वास बनाए रखें। उनका कांफिडेंट ही उन्हें सफल बनाएगा। मूलतः लखनऊ की रहने वाली किम कहती हैं कि सेलेक्शन के बाद जब मुझे बिहार कैडर मिला, तो दोस्तों ने बहुत डराया था। बिहार से बाहर बिहार की छवि अच्छी नहीं है। बात-बात में डीएम की हत्या का उदाहरण दिया जाता था। किम बताती हैं कि पहले तो सुनकर डर लगता था, पर अब वैसी कोई बात नहीं है। किम के पिता एसएल गुप्ता प्रोफेसर हैं, जबकि मां शशि गुप्ता होम मेकर। इनकी एक छोटी बहन है। किम के घरवालों को भी अपनी बिटिया पर नाज है।
किम ने अपनी प्राइमरी एजुकेशन लखनऊ में की. इसके बाद दिल्ली में लेडी श्रीराम कॉलेज से ग्रेजुएशन और फिर हिन्दू कॉलेज से पीजी। दिल्ली यूनिवर्सिटी से इन्होंने एम फिल किया है।पढऩे में ब्रिलियंट रही किम को शुरू से ही स्कॉलरशिप मिलता रहा है। किम 2008 बैच की आईपीएस हैं। यूपीएससी में इन्हें 130 वां रैंक आया था। किम कहती हैं कि अब लोगों के लिए काम करने को ही प्रायोरिटी देती हूं। जो भी हमारे पास आए, उसके साथ न्याय हो और कोई भी गुनाहगार बच न सके, इसी थीम पर काम रह रही हूं।
यंग आईपीएस अपने तरीके से लोगों की परेशानियों को सुनना और क्राइम कंट्रोल करने से ही उनकी एक अलग पहचान है। किम को इसी कारण कांफिडेंट मैम के नाम से भी जानते हैं।
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