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By समाचार नाऊ ब्यूरो | Publish Date:17:27:43 PM / Fri, Aug 12th, 2016 | Updated Date:normal
बैंगलुरु – देश के लिए बलिदान देने वाले लेफ्टिनेंट कर्नल निरंजन का घर बेंगलुरु के विद्यारण्यपुर में चलाए जा रहे अतिक्रमण हटाओ अभियान में शामिल किया गया है। एक ही वर्ष में परिवार के लिए यह दूसरा दुःख का कारण होगा, पहले उन्होंने आतंकी आक्रमण में अपने पुत्र को खो दिया और अब उन्हें अपने घर को टूटता हुआ देखना पड़ा।
२ जनवरी २०१६ को पठानकोट वायुदल केन्द्र पर आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने पर आक्रमण किया था। आक्रमण के बाद एक आईईडी को निष्क्रीय करते समय हुए विस्फोट में कर्नल निरंजन ने अपने प्राणों का बलिदान दिया। हुतात्मा निरंजन केरल के पलक्कड जिले के निवासी थे परंतु परिवार कई वर्षो से बेंगलुरु में ही रह रहा है। बेंगलुरु के विद्यारण्यपुर में नगर निगम द्वारा चलाए गए अतिक्रमण हटाओ अभियान में एनएसजी कमांडो हुतात्मा निरंजन के घर के एक हिस्से को तोडा गया है। हुतात्मा निरंजन के परिवार ने इस निर्णय का विरोध भी किया था।
नगर निगम अधिकारियों का कहना है कि, निरंजन का घर उन ११०० मकान की सूची में है, जिनकी कारण से पानी जमा होता है। नगर निगम के सहायक आयुक्त एस आलम हुतात्मा निरंजन कुमार के परिवार को सहयोग के लिए का धन्यवाद देते हुए कहा, लेफ्टिनेंट कर्नल निरंजन के माता-पिता को सल्यूट, वो अतिक्रमण वाले हिस्से को गिराने के लिए सहमत हो गए। जबकि कई स्थानीय समाचार पत्रों में बताया जा रहा है कि, नगर निगम के इस निर्णय से हुतात्मा निरंजन के परिजन आहत है। हुतात्मा निरंजन के घर का हिस्सा गिराए जाने के आहत उनके भाई शशांक ने कहा, हमसे अभी तक किसी अधिकारी ने संपर्क नहीं किया। हमें नहीं पता अब क्या होने वाला है ? ये किसी साधारण व्यक्ति का नहीं अपितु देश के नायक का घर है। उन्हें पहले इसके लिए परामर्श लेना चाहिए था।
भाजपा द्वारा नगर निगम के इस निर्णय का विरोध करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता जगदीश शेट्टार ने कहा कि, कम से कम हमें उनके परिवार को सम्मान देना चाहिए, जिन्होंने देश के लिए इतना बड़ा बलिदान दिया।
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