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By समाचार नाऊ ब्यूरो | Publish Date: Fri ,18 Aug 2017 06:08:58 pm |
समाचार नाऊ ब्यूरो - चारा घोटाला में स्पीडी ट्रायल का सामना कर रहे बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव गुरुवार को रांची में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जम कर बरसे। उन्होंने कई कागजात मीडिया के सामने पेश किये और कहा कि सुशील मोदी ने भ्रष्टाचार किया, लेकिन नीतीश कुमार ने उनके साथ सरकार बना ली।अब दोनों फंसेंगे ।लालू के अनुसार लगता है कि नीतीश कुमार के कच्चा चिट्ठा का पता चल गया था दिल्ली को, इसलिए भाजपा की शरण में चले गये।मोदी देश के पीएम और स्टेपनी सीएम नीतीश दोनो भ्रष्टाचार के मामले में ज़ीरो टॉलरेन्स की बात करते हैं ,लेकिन बिहार में उनके ही लोग भरस्टाचार में लिप्त हो गए ।लालू के अनुसार नीतीश ने झूठा प्रचार किया कि बिहार में विकास हो रहा है जबकि हुआ कुछ नही।
नीतीश के कार्यकाल का महाघोटाला है ‘सृजन घोटाला’ ......... लालू ने मांग की कि सृजन घोटाला’ की जांच सीबीआइ से करायी जानी चाहिए और वे इसके लिए सीबीआई और ईडी दोनो के दरवाजे तक जाएंगे।लालू के अनुसार 2013 में ही नीतीश कुमार को ‘सृजन घोटाला’ की जानकारी दे दी गयी थी।फिर क्यों चुपचाप बैठे रहे. इतने दिनों तक कोई जांच क्यों नहीं करायी.इतना ही नही जब सृजन घोटाला की जानकारी नीतीश को थी, फिर भी उन्होंने अपनी पसंद के डीएम की पोस्टिंग क्यों करायी, इसीलिए न ताकि मामले को दबाया जा सके।
नीतीश को बाढ़ के पानी में डूब जाना चाहिए।लालू के अनुसार सृजन घोटाले में नीतीश के घोटाले की पोल खुल चुकी है उन्हें तो चुल्लू भर पानी मे डूब जाना चाहिए लेकिन अभी बाढ़ आई हुई है उसी पानी मे डूब जाना चाहिए।
नीतीश को 2013 में ही घोटाले की जानकारी थी लेकिन वे कार्रवाई नही किये, सृजन घोटाले में बहुत सिस्टम से पैसा निकाला गया। संजीत कुमार नाम के एक आदमी ने सरकार के कई लोंगों को पत्र लिखा कि सरकारी पैसा का अवैध निकासी हो रही है, और इसकी प्रति मुख्यमंत्री बिहार को 30 जुलाई 2013 को लिखा था उस वक़्त निजी अखबार ने इसे प्रकाशित भी किया था।लेकिन सब पर पर्दा डाल दिया है।लालू ने कहा सभी जिला में एनजीओ और महिला समिति बनाकर पैसे की लूट हुई।
सुशील मोदी को जेल भेज देना चाहिए ।
इस घोटाले में सुशील कुमार मोदी को जेल जाना चाहिए घोटाले के समय वे ही फायनांस मिनिस्टर थे। नीतीश ने उसकी जांच करवाने की बात कही ,लेकिन आज तक कुछ पता नही है, किसी दवाब में ये बंद हो गया।ये नीतीश कुमार का 2000 करोड़ से भी ज्यादा का महाघोटाला है. इस घोटाले की जानकारी दिल्ली को थी इसलिए आनन फानन में वे मोदी के शरण मे गए. लालू ने कहा कि इसने करीब 20 अफसर फंसेंगे. इसकी जांच सीबीआई से कराएं और इन सबों को जेल में बंद किया जाय. लालू ने कहा कि मीडिया से मांग है आप आकर उसकी जांच करे.
तेजस्वी यादव से ये इतना डर गए कि भागलपुर में इन्हें सभा करने नही दिया गया ।कहा गया कि 144 लगा हुआ है सभा नही होगा. इससे जाहिर है नीतीश कुमार धराशाही हो गया है
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