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By समाचार नाऊ ब्यूरो | Publish Date: Sat ,27 May 2017 08:05:15 pm |
समाचार नाऊ ब्यूरो सहारनपुर : जातीय तनाव से जूझ रहे उत्तरप्रदेश के सहारनपुर में आज कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को प्रशासन ने अस्पताल और उस गांव में जाने से रोक दिया जहां विवाद हुआ था. हालांकि वे शहर तक पहुंच गये. उन्होंने यहां के सरसावा गांव में पीड़ितों से मुलाकात की. वहीं, समाजवादी पार्टी अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को भी सहारनपुर जाने की अनुमति प्रशासन से नहीं मिली. राहुल गांधी को सहारनपुर में प्रवेश से रोकने के लिए यूपी-हरियाणा बॉर्डर पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था. राहुल गांधी की शहर में प्रवेश की मांग को लेकर यमुना पुल पर काफी देर तक अफसरों से बहस भी हुई. उनके साथ गुलाम नबी आजाद व राज बब्बर भी थे. राहुल गांधी ने कहा कि प्रशासन ने उन्हें कहा है कि जब हालात सामान्य हो जायेंगे, तो हम खुद आपको वहां लेकर जायेंगे. पीड़ितों से राहुल गांधी को प्रशासन के लोगों ने ही उस जगह पर मिलवाया जहां उन्हें रोका गया था. राहुल गांधी ने कहा कि उन्हें यूपी बॉर्डर पर ही रोक दिया गया था, लेकिन वे यहां तक पहुंच गये.
राहुल गांधी ने कहा कि कमजोर एवं दलित के लिए आज के हिंदुस्तान में जगह नहीं है. दलितों को कुचला जा रहा है. पूरे देश में यह हो रहा है. रोहित वेमुला को दबाया गया. सरकार का काम हर नागरिक की रक्षा करना है. कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि पूरे हिंदुस्तान में डर फैलाया जा रहा है. दलित, अल्पसंख्यक, कमजोर दबाये जा रहे हैं. राहुल गांधी ने कहा कि आज की सरकार सिर्फ अमीर लोगों की बात मानती है. यह सरकार सूट-बूट वालों की सुनती है.
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि देश को ऐसे नहीं चलाया जाता है. उन्होंने सवाल उठाया कि हर साल दो करोड़ लोगों को रोजगार देने का वादा कहां है? उन्होंने कहा कि हमने दस सालों तक काम किया और जम्मू एवं कश्मीर में शांति लायी. आज वहां हिंसा हो रही है. मोदी सरकार देशद्रोही शक्तियों को ताकत दे रही है. उन्हें कदम जमाने का मौका दे रही है. राहुल गांधी ने कहा कि कश्मीर में शांति होती है तो देश को फायदा होता है और अशांति होती है तो नुकसान होता है
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