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By समाचार नाऊ ब्यूरो | Publish Date: Mon ,09 Jan 2017 01:01:57 pm |
बसपा की मुखिया मायावती की बर्थ डे पार्टी में शिरकत करने को आतुर रहने वाले अफसरों को इस बार निराशा हाथ लगेगी. इसकी प्रमुख वजह चुनाव आयोग है. आयोग ने राज्य में चुनाव आचार संहिता के लागू होने के कारण बसपा मुखिया के जन्मदिन पर अपनी नजर गड़ा दी है. इसी वजह से इस बार मायावती 15 जनवरी को अपना 'बर्थ डे' जन कल्याणकारी दिवस के तौर पर नहीं मना रही हैं. पार्टी की ओर इस बार किसी भी अफसर को बर्थ डे पार्टी में शामिल होने का न्योता नहीं भेजा जा रहा है. इस दिन अब लखनऊ सहित प्रदेश के किसी भी जिले में कोई बड़ा आयोजन भी नहीं होगा. गरीब परिवारों को रिक्शा, साइकिल और कंबल, साड़ी तथा कपड़े आदि भी नहीं बांटे जायेंगे. मायावती का जन्मदिन सिर्फ उन्हें बधाई देने तक सीमित ही रहेगा.
चुनाव आयोग द्वारा मायावती के जन्मदिन पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी कराने की तैयारियों के चलते ऐसा होगा. चुनाव आयोग की ऐसी ही तैयारी के चलते वर्ष 2012 में भी बसपा सुप्रीमो मायावती का जन्मदिन बहुत साधारण ढंग से मनाया गया था
बसपा में मायावती का जन्मदिन बहुत जोरशोर से मनाया जाता है. पार्टी के संस्थापक कांशीराम के समय में इसकी शुरुआत हुई थी. 15 जनवरी के दिन पार्टी लखनऊ और दिल्ली में भव्य आयोजन कर मायावती का जन्मदिन उत्साह के साथ मनाती रही हैं. केक भी काटा जाता है. पार्टी के नेता, कार्यकर्ता और समर्थक अधिकारी मायावती को जन्मदिन की बधाई देने के साथ ही उन्हें मंहगे गिफ्ट देते रहे हैं. उत्तर प्रदेश की सत्ता में रहते हुए मायावती इस दिन करोड़ों रुपये की योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण करती थीं.
बसपा सुप्रीम मायावती के भव्य तरीके से जन्मदिन मनाने को लेकर विपक्षी दलों ने उन पर तमाम तरह के आरोप भी लगाये, जिनकी परवाह कभी भी मायावती ने नहीं की. पार्टी नेताओं ने भी विपक्षी दलों के आरोप की लगातार अनदेखी करते हुए हर वर्ष जोश के साथ अपनी मुखिया का जन्मदिन जन कल्याणकारी दिवस के तौर पर मनाते रहे. इस वर्ष भी हर जिले में भव्य समारोह आयोजित कर पार्टी से जुड़े गरीब परिवारों को रिक्शा, साइकिल, साड़ी, कंबल और कपड़े आदि देने का फैसला किया गया था. इसी कार्यक्रम में पांच से दस हजार रुपये की नकद राशि भी हर जिले में 50 अति गरीब व्यक्तियों और बीस विकलांग व्यक्तियों को 15 हजार भी रुपये दिये जाने थे. चुनाव आचार संहिता लागू होने के कारण अब यह सब नहीं होगा.
अब सिर्फ पार्टी दफ्तर में ही मायावती के जन्मदिन पर केक काट कर एक दूसरे को बधाई दी जायेगी. लखनऊ में भी बसपा सुप्रीमो के घर पर बर्थ डे को लेकर कोई पार्टी नहीं होगी. मायावती इस दिन दोपहर तक लखनऊ में रहकर लोगों से मिलेगी और फिर शाम को वह दिल्ली चली जायेंगी, जहां वह अपने आवास पर देश भर से पहुंचे पार्टी पदाधिकारियों से मिल कर उनकी बधाई स्वीकार करेंगी.
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