- Home
- rajniti
- News in detail
45 हजार गांवों में बहाल होंगे एक-एक सफाईकर्मी : मांझी
By
aaj tak | Publish Date: |
(बाबा साहेब की पुण्यतिथि पर आयोजित समारोह में नीतीश कुमार व जीतन राम मांझी।)
पटना। राज्य के सभी 45 हजार गांवों में एक-एक सफाईकर्मी बहाल होंगे। इन्हें पांच से आठ हजार रुपए मिलेंगे। वहीं टोला सेवकों की सेवा अब 60 वर्षों के लिए होगी और उन्हें दस हजार रुपए मिलेंगे। मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने शनिवार को यह ऐलान किया। हालांकि उन्होंने कहा कि इसकी विधिवत घोषणा गांधी मैदान की रैली में होगी। रैली फरवरी में संभव है।
उन्होंने यह लाभ विकास मित्र और तालिमी मरकज वालों को भी देने की बात की। मुख्यमंत्री मिलर स्कूल मैदान में बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर की 58वीं पुण्यतिथि पर आयोजित समारोह में बोल रहे थे। इसका आयोजन जदयू के महादलित प्रकोष्ठ ने किया था। इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी मौजूद थे। उन्होंने इंदिरा आवास की तर्ज पर शहरी गरीबों को भी मकान देने की घोषणा की।
ये घोषणाएं भी
पटना अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर का नाम अम्बेडकर पर
इंदिरा आवास की तर्ज पर शहरी गरीबों को भी मकान
दशरथ मांझी श्रम एवं नियोजन संस्थान खुलेगा
200 करोड़ की लागत से बनेगा अम्बेडकर फाउंडेशन
मुख्यमंत्री ने सूबे में 200 करोड़ रुपए की लागत से अम्बेडकर के नाम पर फाउंडेशन स्थापित करने और पटना में बनने वाले अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर का नाम भी अम्बेडकर के नाम पर करने की घोषणा की। उन्होंने अपनी घोषणाओं को अमल में लाने के लिए इसे अगली कैबिनेट बैठक में लाने का भी भरोसा दिलाया।
दशरथ मांझी के नाम पर नियोजन संस्थान
मुख्यमंत्री मांझी ने दशरथ मांझी कौशल विकास योजना को विस्तार देते हुए दशरथ मांझी श्रम एवं नियोजन संस्थान खोलने और वहां महादलितों को तमाम प्रशिक्षण देने की व्यवस्था करने की घोषणा की। यहां सिविल सेवाओं के लिए भी प्रशिक्षण मिलेगा। महादलितों को अब 5 डिसमिल जमीन| मांझी ने कहा कि पहले ही महादलितों को तीन डिसमिल की जगह पांच डिसमिल जमीन देने और जमीन के लिए 20 हजार की बाध्यता खत्म करने का निर्णय हो चुका है।
नीतीश के भाषण के दौरान हंगामा
पटना. पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के भाषण के दौरान टोला सेवकों और तालिमी मरकज वालों ने जमकर हंगामा किया। पहले तो नीतीश ने उन्हें अनसुना किया लेकिन शोरगुल बढ़ने के बाद उन्हें उनकी बात सुननी पड़ी। हालांकि कई बार उन्होंने हंगामे पर नाराजगी भी प्रकट की। मुख्यमंत्री का भाषण खत्म होने के बाद अंतिम वक्ता के रूप में नीतीश ने जैसे ही बोलना शुरू किया, सामने बैठे लोग हंगामा करने लगे। वे अपनी सेवा स्थायी करने, मानदेय बढ़ाने और जहां-जहां योजना बंद है वहां तत्काल शुरू करने की मांग कर रहे थे। नीतीश ने उन्हें काफी समझाने की कोशिश की लेकिन वे सुनने को तैयार नहीं थे। नीतीश ने कहा कि मांझीजी ने अापकी मांगों को लेकर सारी बातें स्पष्ट कर दी हैं फिर हंगामा क्यों? पर नारेबाजी जारी रही। इसके बाद नीतीश ने कहा कि मांझीजी से मैं कहूंगा कि अापलोगों को कोई 60 साल तक टस से मस नहीं कर सकेगा और जहां योजना बंद है वहां शीघ्र इसे शुरू किया जाएगा। अन्य मांगों पर भी सकारात्मक विचार होगा। नीतीश की इस घोषणा के बाद उनकी जिंदाबाद होने लगी।
Share
Related News
गंगा नदी खतरे के निशान के ऊपर, पटना में बाढ़
चिराग को छोड़कर गए लोगों का नहीं है कोई जनाधार-
गया में युवती से बलात्कार के बाद हत्या
15 जनवरी तक प्रदेश का एक शख्स राशन कार्ड
गरीबों और कमजोरों के लिए अपनी आवाज़ दृढ़ता के साथ
युवाओं में ‘देश सर्वप्रथम’ का भाव उत्पन्न करें छात्र संगठन
कोयले की कोई कमी नहीं है-पीयूष गोयल
प्रधानमंत्री का उत्तर प्रदेश में वाराणसी और गाजीपुर दौरा
प्रधानमंत्री अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह की यात्रा पर
आतंकवादी मसूद अज़हर के सर कलम करने वाले को
वायु सेना प्रमुख ने एक्स कोप इंडिया-18 का दौरा किया
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय बच्चों के आश्रय स्थलों के