Breaking News

गंगा नदी खतरे के निशान के ऊपर, पटना में बाढ़ का खतरा बिहार में बाढ़- 4 किमी नांव की डोली बना अपनी दुल्हन लेने पहुंचा लड़का चिराग को छोड़कर गए लोगों का नहीं है कोई जनाधार- कांग्रेस सुशांत मामले को लेकर राजद नेता तेजस्वी यादव का बयान, राजगीर मेंं बनने वाली फिल्म सिटी का नाम हो सुश बिहार में बाढ़ से 22 जिलों की हालत बदहाल, 82 लाख लोग हुए हैं प्रभावित सुशांत सिंह मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने दिया आदेश, सीबीआई करेगी मामले की जांच नीतीश कुमार ने दिया शिक्षकों को तोहफा, पूरे बिहार में कहीं भी ले सकते हैं तबादला नीतीश सरकार ने नियोजित शिक्षकों की नई सेवा शर्त लागू कर खेला 'मास्टर स्ट्रॉक' MenstrualHygieneDay पर जागरूकता के लिए उठाए जा रहे कदम, पर कम नहीं आलोचनाओं का जोर जद (यू0)- दलित-महादलित प्रकोष्ठ की राज्य कार्यकारिणी की संयुक्त बैठक गया में युवती से बलात्कार के बाद हत्या नियोजित शिक्षकों ने कहा जल्द उनकी मांगें पूरी नहीं तो आंदोलन आंगनवाड़ी सेविका-सहायिका का हड़ताल काफी दुखद- कृष्ण नंदन वर्मा मोतिहारी- २०१९ की चुनाव तैयारी में जुटा जिला प्रशासन रामगढ़- पतरातू डैम परिसर में अवैध पार्किंग टिकट के नाम पे वसूली


मोदी के पास नहीं है ईमेल आईडी

By समाचार नाऊ ब्यूरो | Publish Date:18:56:19 PM / Thu, Mar 5th, 2015 |


सोशल मीडिया के सर्वाधिक लोकप्रिय शख्सियत बन चुके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास अपना एक अदद इमेल नहीं है. हालांकि वे पूरे देश को डिजीटल इंडिया का सपना दिखा रहे हैं और इ-लिटरेसी पर जोर दे रहे हैं. छत्तीसगढ़ के एक कारोबारी ने प्रधानमंत्री कार्यालय से सूचना का अधिकार कानून के जरिए इस संबंध में चौंकाने वाली जानकारी प्राप्त की. छत्तीसगढ़ की सीएसआर कंपनी के फाउंडर रुसेन कुमार ने आरटीआइ एक्ट के तहत पीएमओ को पत्र लिख कर उसके प्रयोग में आने वाला इ-मेल एड्रेस मांगा था. इसके जवाब में प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से 17 फरवरी को उन्हें एक पत्र (क्र मांक 10335/2014) भेजा गया. इस पत्र में बताया गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास कोई निजी मेल आइडी नहीं है. पत्र में यह भी लिखा गया कि किसी भी विषय में जानकारी, फीडबैक, सुझाव व शिकायत के लिए वह प्रधानमंत्री की आधिकारिक वेबसाइट के जरिए संपर्क कर सकते हैं. रुसेन ने इस संबंध में रायगढ़ में आश्चर्य प्रकट करते हुए कहा कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के प्रधानमंत्री के पास अपना इमेल आइडी नहीं है. जबकि मोदी सरकार डिजीटल इंडिया की ओर बढ़ रही है और उन्हें प्रधानमंत्री बनाने में सर्वाधिक योगदान सोशल मीडिया का ही है. उनका कहना है कि पत्र में दिए यूआरएल के जरिए पीएम तक अपनी बात पहुंचाने के लिए एक लंबी प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है. प्रधानमंत्री से जुड़ने के लिए यूजर को एक नया अकाउंट बनाना पड़ता है. साथ ही इस वेबसाइट को एक तरफा कम्युनिकेशन के लिए तैयार किया गया है. रिक्वेस्ट, सुझाव, फीडबैक भेजने के बाद वह प्रधानमंत्री तक पहुंचा या नहीं इसकी जानकारी प्राप्त करने का कोई तरीका नहीं है.


Related News


गंगा नदी खतरे के निशान के ऊपर, पटना में बाढ़

चिराग को छोड़कर गए लोगों का नहीं है कोई जनाधार-

गया में युवती से बलात्कार के बाद हत्या

15 जनवरी तक प्रदेश का एक शख्स राशन कार्ड

गरीबों और कमजोरों के लिए अपनी आवाज़ दृढ़ता के साथ

युवाओं में ‘देश सर्वप्रथम’ का भाव उत्पन्न करें छात्र संगठन

कोयले की कोई कमी नहीं है-पीयूष गोयल

प्रधानमंत्री का उत्तर प्रदेश में वाराणसी और गाजीपुर दौरा

प्रधानमंत्री अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह की यात्रा पर

आतंकवादी मसूद  अज़हर के सर कलम करने वाले को

वायु सेना प्रमुख ने एक्स कोप इंडिया-18 का दौरा किया

महिला एवं बाल विकास मंत्रालय बच्चों के आश्रय स्थलों के

Follow Us :

All rights reserved © 2013-2024 samacharnow.com