Breaking News
By समाचार नाऊ ब्यूरो | Publish Date:21:13:19 PM / Sat, Sep 24th, 2016 |
लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ‘सोशल मीडिया' को पारंपरिक मीडिया के लिए चुनौती करार देते हुए आज कहा कि बदलते दौर में नियंत्रण के अभाव ने इसे और बड़ी चुनौती बना
अपने चाचा शिवपाल यादव के साथ हाल में हुई तल्खी की मीडिया रिपोर्ट की तरफ इशारा करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘कई बार लोग सीमाएं लांघ जाते हैं. एक अखबार ने मुझे औरगंजेब बना दिया, हालांकि मैंने तलवार नहीं खींची.' उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने पत्रकारों की हरसंभव मदद की है और आगे भी करती रहेगी. प्रदेश में कई पार्टियों की सरकारें रही हैं. उनमें से एक पत्थर वाली सरकार (बसपा सरकार) थी. आप जब उससे हमारी तुलना करेंगे तो हमें लिबरल (उदार) और डेमोक्रेटिक (लोकतांत्रिक) पायेंगे. पत्रकार साथी तुलना कर सकते हैं.'
अखिलेश ने कहा कि पत्रकार की मृत्यु होने पर पिछली सरकारें बहुत कम धन देती थीं, लेकिन उनकी सरकार पत्रकारों के परिवार की पूरी मदद कर रही है. उनकी सरकार ने पत्रकार की मृत्यु होने पर उसके परिवार को 20-20 लाख रुपये दिये हैं. उन्होंने कहा कि यह अच्छी बात है कि कन्फेडरेशन का यह कार्यक्रम लखनऊ में हो रहा है. इससे हमारी सरकार की जानकारियां दूर-दूर से आने वाले पत्रकारों तक पहुंचेंगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि लखनऊ और उत्तर प्रदेश इधर सबसे ज्यादा खबरों में रहा है. यह अलग बात है कि समाजवादियों की वजह से रहा है. जो पत्रकार साथी बहुत दिन बाद लखनऊ आये होंगे, उन्हें एक बदलाव दिखा होगा. हमारी कोशिश है कि ना सिर्फ लखनउ, बल्कि उत्तर प्रदेश भी बदलता हुआ दिखायी दे.
All rights reserved © 2013-2024 samacharnow.com
Developed by Mania Group Of Technology.