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By समाचार नाऊ ब्यूरो | Publish Date:17:35:21 PM / Sat, Oct 1st, 2016 |
देश से बहार है सीएम और जिले से बहार है डीएम
बड़कागांव के चिरूडीह में एक बार फिर ग्रामीण और पुलिस भीड़ गये गये है। पुलिस की गोली से आठ ग्रामीण की मौत हो गयी है जबकि पथराव में ए एसपी कुलदीप कुमार , सी ओ शैलेश कुमार सिंह सहित दर्जनों पुकिसकर्मी घायल हैं साथ ही लाठी चार्ज में लगभग दो दर्जन से अधिक ग्रामीण घायल हुए है।घायलो का प्राथमिक उपचार सदर अस्पताल में कराया गया है। हालांकि कई घायलों को अभी आना बाकी है | बड़का गाँव के सभी रास्ते को ग्रामीणों ने जाम कर दिया है | लोगों का मानना है की पिछली पिछली गोली बारी में घायल लोगों को जिस तरह पुलिस इलाज के बहाने ले जा कर केश कर के जेल पहुंचा दी थी उसकी पुनरावृति न हो इस लिए घायलों को ले जाने से रोका जा रहा है और बड़का गाँव की सभी सडकों को जाम कर दिया गया है स्थानीय द्वारा | पुलिस बल काफी संख्या में मौजूद हैं | आपको बता दे की पिछले 18 सितम्बर से चल रहा कफ़न सत्याग्रह आन्दोलन को ख़तम करने के लिए कई दौर के बातचीत के बाद भी जब प्रशासन सफल न हो पायी तब प्रशासन के चुप्पी को देखते हुए आन्दोलनकारियों द्वारा खनन कार्य में लगे मशीनों को रोका जाने लगा इसी पर प्रशासन द्वारा आज अहले सुबह बड़का गाँव की विधायक निरमला देवी को गिरफ्तार करने गयी पुलिस पर ग्रामीणों ने पथराव शुरू कर दिया जिस के जबाबी कारवाई में यह घटना घटी है| निर्मक्ला देवी को हिरासत में ले लिया गया है |
रांची से हजारीबाग आये हेलिकोप्टर को इन्तेजार करना पडा | मामला इस से ज्यादा गंभीर क्या हो सकता जब जिले के आला अधिकारियों की हालत नाजुक हो और उन्हें तत्काल बड़े इलाज की आवस्यकता हो ऐसी सूरत में भी हजारीबाग पुलिस प्रशासन ने इतनी लापरवाही दिखी की हैलीपैड के अन्दर जाने वाले गेट की चाभी ही नहीं मंगाई और काफी मशक्कत के बाद अंततः ताला तोड़ना पडा जबकि टाला तोड़ने में भी काफी समय लगे | हालांकि घायलों को हेलिकॉप्टर द्वारा रांची भेजने में प्रशासन को सफलता मिल गयी |
हजारीबाग के बदकगाँव में आज हुए फायरिंग के बाद स्थिति और भी ज्यादा विस्फोटक हो गयी है आपको बता दे की पूरा बड़का गाँव को पुलिस विहीन कर दिया गया है और पूरा इलाका उपद्रवियों के कब्जे में हैं | आपको बता दे की बड़का गाँव थाना परिसर भी पुलिस कब्जे से बाहर है | हालांकि हजारीबाग के डी आई जी उपेन्द्र कुमार अतिरिक्त पुलिस बल को ले कर बड़का गाँव के सीमा पर तैनात हैं | सूत्रों के मुताबिक़ मरने वालों की संख्या आठ हो चुकी है परन्तु अब तक इसकी प्रसासनिक पुस्ती नहीं हो पायी है | इस पुरे मामले पर राजद नेता का बयां आया है कल बदकगाँव बंद का साथ ही विधायक निर्मला देवी के पुत्र सुमित ने अपने माँ का कोई अता पाटा नहीं होने की बात कही है |
अब देखना गौर तलब होगा की कितना समय में बड़का गाँव को पुलिस अपने कब्जे में ले पाती है और सरकार द्वारा मृतकों को क्या सहायता पहुंचाई जाती है | क्यूंकि आर्थिक दृष्टिकोण से बड़का गाँव का महत्व इन दिनों झारखंड में ही नहीं वरण पुरे भारत में बढ़ा हुआ है | महत्वपूर्ण यह है की ऐसे मौके पर सरकार के मुखिया रघुवर दास भी देश के बाहर हैं और हजारीबाग के उपायुक्त भी राज्य से बाहर हैं |
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