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By समाचार नाऊ ब्यूरो | Publish Date: Mon ,09 Jul 2018 09:07:19 am |
समाचार नाऊ ब्यूरो रांची : . बैंक के 105 ब्रांच में से एक भी ब्रांच ऐसा नहीं है, जिसका कोई कर्ज एनपीए घोषित नहीं हुआ हो. बैंक की 32 शाखाएं ऐसी हैं, जिसमें एक से पांच करोड़ रुपये तक का एनपीए है. वहीं दो शाखाएं ऐसी हैं, जिसमें नौ करोड़ रुपये से अधिक का एनपीए है.सरकार के आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल 2018 तक कोऑपरेटिव बैंक का कुल एनपीए 119.42 करोड़ था.
119.42 करोड़ के इस एनपीए में सबसे बड़ा हिस्सा चाईबासा जोन का कुल एनपीए 48.96 करोड़ रुपये है. दूसरे नंबर पर रांची-गुमला जोन है. इस जोन का एनपीए 27.28 करोड़ये है. तीसरे नंबर पर दुमका जोन का एनपीए 24.18 और चौथे नंबर पर हजारीबाग जोन का एनपीए 18.99 करोड़ है. बैंक के बैलेंस शीट के अनुसार, 31 मार्च 2017 में 9.89 करोड़ का घाटा हुआ था.
सरकार ने बैंक का घाटा पाटने के लिए 146.82 करोड़ का अनुदान दिया था. सरकार द्वारा तैयार एनपीए के आंकड़ों के अनुसार, कोऑपरेटिव बैंक के 20 ब्रांच ऐसे हैं, जिनका एनपीए एक से दो करोड़ और 12 ब्रांच का एनपीए दो से पांच करोड़ है. इसके अलावा चाईबासा ब्रांच का एनपीए 9.91 करोड़ और सरायकेला ब्रांच का एनपीए 9.32 करोड़ है.
इन 20 ब्रांचों का एनपीए एक से दो करोड़ रुपये : मांडर, गुमला, सिसई, सिमडेगा, चतरा, कुजू, सारठ, चाईबासा, चक्रधरपुर, मझगांव, दुमका, चितरा चक्रधरपुर, राजनगर, गोलमुरी, टेलको, हजारीबाग, कोडरमा, भुरकुंडा और कैरो.
इन ब्रांचों का एनपीए दो से पांच करोड़ रुपये : हीनू, बिस्टुपुर, गोलमुरी, देवघर, बहरागोड़ा, मुसाबनी, जादुगोड़ा, चितरपुर, मनोहरपुर, मधुपुर और पालोजोरी़ है
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