top banner

Breaking News

गंगा नदी खतरे के निशान के ऊपर, पटना में बाढ़ का खतरा बिहार में बाढ़- 4 किमी नांव की डोली बना अपनी दुल्हन लेने पहुंचा लड़का चिराग को छोड़कर गए लोगों का नहीं है कोई जनाधार- कांग्रेस सुशांत मामले को लेकर राजद नेता तेजस्वी यादव का बयान, राजगीर मेंं बनने वाली फिल्म सिटी का नाम हो सुश बिहार में बाढ़ से 22 जिलों की हालत बदहाल, 82 लाख लोग हुए हैं प्रभावित सुशांत सिंह मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने दिया आदेश, सीबीआई करेगी मामले की जांच नीतीश कुमार ने दिया शिक्षकों को तोहफा, पूरे बिहार में कहीं भी ले सकते हैं तबादला नीतीश सरकार ने नियोजित शिक्षकों की नई सेवा शर्त लागू कर खेला 'मास्टर स्ट्रॉक' MenstrualHygieneDay पर जागरूकता के लिए उठाए जा रहे कदम, पर कम नहीं आलोचनाओं का जोर जद (यू0)- दलित-महादलित प्रकोष्ठ की राज्य कार्यकारिणी की संयुक्त बैठक गया में युवती से बलात्कार के बाद हत्या नियोजित शिक्षकों ने कहा जल्द उनकी मांगें पूरी नहीं तो आंदोलन आंगनवाड़ी सेविका-सहायिका का हड़ताल काफी दुखद- कृष्ण नंदन वर्मा मोतिहारी- २०१९ की चुनाव तैयारी में जुटा जिला प्रशासन रामगढ़- पतरातू डैम परिसर में अवैध पार्किंग टिकट के नाम पे वसूली


एनडीएमए ‘आपदा जोखिम न्यूनीकरण डेटाबेस’ पर कार्यशाला आयोजित करेगा 

By समाचार नाऊ ब्यूरो | Publish Date: Wed ,02 May 2018 04:05:34 pm |


समाचार नाऊ ब्यूरो - राष्‍ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) कल से यहां आपदा जोखिम न्यूनीकरण डेटाबेस के लिए डेटा संबंधी आवश्‍यकताओं पर दो दिवसीय राष्‍ट्रीय कार्यशाला का आयोजन करने जा रहा है। इस कार्यशाला का आयोजन संयुक्त राष्ट्र अंतर्राष्ट्रीय बाल आपातकालीन कोष (यूनीसेफ),   संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) और आपदा न्यूनीकरण के लिए संयुक्त राष्ट्र अंतर्राष्ट्रीय रणनीति (यूएनआईएसडीआर) के सहयोग से किया जा रहा है।

आपदा के दौरान होने वाले नुकसान के बारे में जानकारी देने के लिए भारत अक्सर आपदाओं के वैश्विक डेटाबेस और आशुचित्र (स्नैपशॉट) को संदर्भित करता है। हालांकि, ये डेटाबेस विभिन्‍न सीमाओं के तहत काम करते हैं और सटीक विश्‍लेषण पेश करने में समर्थ नहीं होते हैं।

इसे ध्‍यान में रखते हुए एकसमान एवं विश्‍वसनीय राष्‍ट्रीय स्‍तर का आपदा डेटाबेस सृजित करना अत्‍यंत आवश्‍यक है। स्‍थानीय स्‍तर पर प्राप्‍त एवं सत्‍यापित डेटा से वैज्ञानिक विश्‍लेषण करने और उपयुक्‍त नीतिगत कदम उठाने में मदद मिलेगी, जिससे आपदा जोखिम में कमी करना संभव हो पाएगा।

उपर्युक्‍त कार्यशाला का उद्देश्‍य सटीकता एवं गुणवत्‍ता सुनिश्चित करने के लिए आपदाओं पर आम सहमति बनाना और डेटा संग्रह, अद्यतन एवं सत्‍यापन के लिए मानकीकृत टेम्पलेट्स विकसित करना है। इस दौरान डेटा की सुरक्षा जैसे मुद्दों पर भी चर्चा की जाएगी।

यह डेटाबेस हमारे जोखिमों के आकलन और इस पर नजर रखने तथा लचीलेपन की दिशा में प्रगति की दृष्टि से अत्‍यंत आवश्‍यक है, जिसके बिना भारत अपने विकास लक्ष्‍यों की प्राप्ति में समर्थ नहीं हो पाएगा।



Related News


देश में कोरोना की दूसरी लहर, 80 प्रतिशत संक्रमितों में

होली में केमिकल वाले रंगों से परहेज जरूरी, कलर छुड़ाने

MenstrualHygieneDay पर जागरूकता के लिए उठाए जा रहे कदम, पर

राष्ट्र निर्माण में राष्ट्रीय कैडेट कोर के कैडेटों की

अच्छे स्वास्थ्य के लिए सबसे आवश्यक है पौष्टिक भोजन- PM

भारत ने जैव विविधता सम्‍मेलन (सीबीडी) को छठी राष्‍ट्रीय रिपोर्ट

अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी का उद्घाटन किया

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 2019 सीजन के लिए खोपरा के न्‍यूनतम

दिल्ली को वायु एवं जल प्रदूषण से मुक्त करने के

आंध्र प्रदेश के वाईएसआर कडप्पा जिले में इस्पात संयंत्र की

केन्द्र ने प्याज किसानों के लिए निर्यात प्रोत्साहन को दोगुना

भाजपा एक बार फिर मंदिर मंत्र के भरोसे फतेह की

Follow Us :

All rights reserved © 2013-2024 samacharnow.com