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By समाचार नाऊ ब्यूरो | Publish Date: Fri ,18 Aug 2017 07:08:02 pm |
समाचार नाऊ ब्यूरो आगरा: सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को सरकार से पूछा कि क्या वह दुनियाभर में मशहूर ताजमहल को तबाह करना चाहती है? कोर्ट की यह सख्त टिप्पणी उस याचिका पर सुनवाई के दौरान की गई, जिसमें मथुरा और दिल्ली के बीच एक अतिरिक्त रेलवे ट्रैक बिछाने के लिए 450 पेड़ो को काटे जाने को मंजूरी देने की मांग की गई थी। कोर्ट पर्यावरणविद एम.सी मेहता की याचिका पर भी विचार कर रही है। सुप्रीम कोर्ट में इस मामले की सुनवाई अगले महीने होगी।
वहीं न्यायमूर्ति मदन बी लोकुर और दीपक गुप्ता की पीठ ने कहा कि यह (ताजमहल) एक विश्व प्रसिद्ध स्मारक है और आप (सरकार) इसे नष्ट करना चाहते हैं? क्या आपने ताज की हालियां तस्वीरें देखी है? सोशल मीडिया पर जाइए और इसे देखिए। उन्होंने साथ ही कहा कि अगर आप चाहते हैं, तो एक हलफनामा या आवेदन दाखिल कीजिए और कहिए कि भारत ताज को नष्ट करना चाहता है।
न्यायालय पर्यावरणविद एम सी मेहता की याचिका पर भी विचार कर रहा है। वह ताजमहल के संरक्षण के लिए क्षेत्र में विकास गतिविधियों की निगरानी कर रहा है।
आवदेन में कहा गया है कि रेल यातायात में बाधा को दूर करने के लिए उस क्षेत्र में अतिरिक्त रेल पटरी बिछाने की जरूरत है। शीर्ष अदालत मामले की सुनवाई अगले महीने करेगी। मेहता ने अपनी जनहित याचिका में ताज को प्रदूषणकारी गैसों और आसपास के क्षेत्रों में जंगलों की कटाई से होने वाले प्रतिकूल प्रभावों से संरक्षण की मांग की है।
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