Breaking News

गंगा नदी खतरे के निशान के ऊपर, पटना में बाढ़ का खतरा बिहार में बाढ़- 4 किमी नांव की डोली बना अपनी दुल्हन लेने पहुंचा लड़का चिराग को छोड़कर गए लोगों का नहीं है कोई जनाधार- कांग्रेस सुशांत मामले को लेकर राजद नेता तेजस्वी यादव का बयान, राजगीर मेंं बनने वाली फिल्म सिटी का नाम हो सुश बिहार में बाढ़ से 22 जिलों की हालत बदहाल, 82 लाख लोग हुए हैं प्रभावित सुशांत सिंह मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने दिया आदेश, सीबीआई करेगी मामले की जांच नीतीश कुमार ने दिया शिक्षकों को तोहफा, पूरे बिहार में कहीं भी ले सकते हैं तबादला नीतीश सरकार ने नियोजित शिक्षकों की नई सेवा शर्त लागू कर खेला 'मास्टर स्ट्रॉक' MenstrualHygieneDay पर जागरूकता के लिए उठाए जा रहे कदम, पर कम नहीं आलोचनाओं का जोर जद (यू0)- दलित-महादलित प्रकोष्ठ की राज्य कार्यकारिणी की संयुक्त बैठक गया में युवती से बलात्कार के बाद हत्या नियोजित शिक्षकों ने कहा जल्द उनकी मांगें पूरी नहीं तो आंदोलन आंगनवाड़ी सेविका-सहायिका का हड़ताल काफी दुखद- कृष्ण नंदन वर्मा मोतिहारी- २०१९ की चुनाव तैयारी में जुटा जिला प्रशासन रामगढ़- पतरातू डैम परिसर में अवैध पार्किंग टिकट के नाम पे वसूली


ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने सुप्रीम कोर्ट में दायर किया हलफनामा-तीन तलाक शरीयत में यह प्रथा नापसंदीदा है

By समाचार नाऊ ब्यूरो | Publish Date: Mon ,22 May 2017 06:05:08 pm |


नई दिल्ली: ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने सुप्रीम कोर्ट में एक नया हलफनामा दायर किया है। बोर्ड ने कहा कि वह अपनी वेबसाइट, विभिन्न प्रकाशनों और सोशल मीडिया प्लैटफॉम्र्स के जरिए लोगों को अडवाइजरी जारी करेगा और तीन तलाक के खिलाफ जागरूक करेगा। बोर्ड ने कोर्ट में 13 पेज का हलफनामा दायर कर कहा कि तीन तलाक की प्रथा को रोकने की कोशिश की जाएगी। बोर्ड के विचारों के प्रसार के लिए इलेक्ट्रॉनिक मीडिया तक का इस्तेमाल किया जाएगा।

बोर्ड के मुताबिक, निकाह करवाने वाला शख्स सुझाव देगा कि किसी तरह के मतभेद की स्थिति में एक बार में तीन तलाक देने से बचा जाए क्योंकि शरीयत में यह प्रथा नापसंदीदा है। निकाह कराने वाला शख्स निकाहनामे में यह शर्त डालने का सुझाव देगा कि पति एक बार में तीन तलाक नहीं देगा। माना जा रहा है कि तीन तलाक की संवैधानिक वैधता पर सुप्रीम कोर्ट में हुई सुनवाई के दौरान संविधान बेंच के तीखों सवालों के बाद बोर्ड डैमेज कंट्रोल मोड में है। सुनवाई के दौरान भी कोर्ट के सामने एआईएमपीएलबी ने माना था कि वह सभी काजियों को अडवाइजरी जारी करेगा कि वे ट्रिपल तलाक पर न केवल महिलाओं की राय लें, बल्कि उसे निकाहनामे में शामिल भी करें



Related News


बिहार में बाढ़- 4 किमी नांव की डोली बना अपनी

खरीफ विपणन सीजन 2020-21 के दौरान न्यूनतम समर्थन मूल्य

अपसी विभेद में उलझ गया है महागठबंधन

हाजीपुर से लोकसभा चुनाव नहीं लडूंगा - रामविलास

हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड मामले में झूठ बोल रही है रक्षा

भाजपा- 2019 का चुनावी शंखनाद कई कमिटी में प्रमुख नियुक्त

2022 तक सभी के लिए आवास देना हमारा संकल्प है

100 दिनों में भी छह लाख से अधिक लोग प्रधानमंत्री

प्रधानमंत्री ने अंतरराष्‍ट्रीय चावल अनुसंधान संस्‍थान का परिसर राष्‍ट्र को

बाल यौन अपराध संरक्षण (पोक्‍सो) अधिनियम, 2012 में संशोधन की

राजस्थान विधान सभा चुनाव- हे किसान तेरी खुशी- वादो की

वीवीआईपी हेलीकॉप्टर सौदे में बिचौलिये मिशेल को भारत लाया गया

Follow Us :

All rights reserved © 2013-2025 samacharnow.com