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निषाद समाज को एसटी में लेन के लिए हो रहा है काम - नितीश

By समाचार नाऊ ब्यूरो | Publish Date: Mon ,13 Mar 2017 08:03:55 pm |


समाचार नाऊ ब्यूरो पटना : राज्य के निषाद समाज की सहनी, मल्लाह, बिंद, बेलदार, नूनिया, तोरी समेत अन्य जातियों को अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने के लिए राज्य सरकार सर्वे करा रही है. सर्वे की रिपोर्ट के आधार पर ही केंद्र सरकार इन जातियों को अनुसूचित जनजाति का दर्जा देगी.

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसकी जानकारी अमीर शहीद जुब्बा सहनी के 73वें शहादत दिवस समारोह में दी. रवींद्र भवन में आयोजित समारोह में उन्होंने पटना में शहीद जुब्बा सहनी के नाम पर एक पार्क का नामकरण करने और वहां उनकी आदमकद प्रतिमा लगाने की भी घोषणा की.  

मुख्यमंत्री ने कहा कि निषाद समाज का सीधा संबंध मिट्टी-पानी से है. यह एक तरह से ट्राइव की तरह है. सिंतबर, 2015 में ही राज्य सरकार ने निषाद समाज की जातियों को एसटी में शामिल करने के लिए केंद्र को अपनी अनुशंसा भेज दी थी. केंद्र ने इसके लिए एथनोलॉजिकल सर्वे कराने को कहा. राज्य सरकार ने ए एन. सिन्हा शोध व समाज अध्ययन संस्थान को सर्वे की जिम्मेदारी दी है. साथ ही जल्द से जल्द सर्वे पूरा करने को भी कहा है, ताकि उस रिपोर्ट को केंद्र को दिया जा सके अौर निषाद समाज की जातियों को एसटी का दर्जा मिल सके. मुख्यमंत्री ने कहा कि बहुत लोग हमारे काम के खिलाफ होते हैं. 

चुनाव के समय भी सभी अपने ढंग से लोगों के पीछे पड़ते हैं. बिहार में अभी चुनाव नहीं है, लेकिन कुछ लोग इसे चुनाव से जोड़ कर देखते हैं. चुनाव हो या न हो, चुनाव में फायदा हो या न हो, हम अपना काम पूरी प्रतिबद्धता से करते हैं. सीएम ने कहा कि जुब्बा सहनी को अंगरेजों का अत्याचार बरदास्त नहीं था. उन्होंने 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी. पंडित जवाहर लाल नेहरू भी मुजफ्फरपुर में उनसे मिले थे. उनकी याद में मुजफ्फरपुर में स्मृति पार्क, भागलपुर में एक जेल का नामकरण पहले ही किया गया है. अब पटना में एक पार्क का नामकरण उनके नाम पर होगा और वहां उनकी एक प्रतिमा भी स्थापित की जायेगी. जहां हर साल राजकीय समारोह का आयोजन किया जायेगा. 

मुख्यमंत्री ने अमर शहीद जुब्बा सहनी के वंशजों को मदद करने की बात कही है. उन्होंने प्रभात खबर में छपी खबर ‘’जुब्बा सहनी के वंशज भूखे मरने को विवश’’ का हवाला देते हुए कहा कि खबर को उन्होंने गंभीरता से लिया. 

पता चला कि उनके वंश की महिला की तबीयत खराब है और वह पीएमसीएच में भरती है. वहां के डॉक्टर को अच्छे तरह से इलाज करने का निर्देश दिया गया है. साथ ही जिलाधिकारी को निर्देश दिया गया है कि जुब्बा सहनी के परिवार के बारे में पूरी जानकारी लें. उनके कोई भाई, पौत्र व अन्य रिश्तेदार हैं, वे किस स्थिति में हैं? कोई अभाव होगा तो सरकार उनकी पूरी मदद करेगी. सरकार पूरी जानकारी इकट्ठा कर रही है. हमलोग संवेदनशीन हैं और जो भी दिक्कत होगी उसे पूरा करेंगे.

दो नंबरी लोगों को खत्म करना संकल्प : सीएम ने कहा कि प्रदेश में अप्रैल, 2016 से शराबबंदी लागू कर दी गयी है. अब नशामुक्ति की ओर कदम बढ़ा रहे हैं. जनवरी में बनी मानव श्रृंखला में चार करोड़ लोग शामिल हुए. यह शराबबंदी के पक्ष में लोगों का प्रकटीकरण था. शराबबंदी के बाद भी दो नंबरी लोग शराब का कारोबार कर रहे हैं. उन्होंने कहा शराबबंदी को लेकर महादलित समाज व आदिवासी समाज के बारे में गलतफहमी पैदा भी की गयी. ताड़ी पर भी  कितना हंगामा किया.  नीरा स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है.

 

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यूपी समेत पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव परिणाम पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए भाजपा को यूपी और उतराखंड की बड़ी जीत पर बधाई दी है. उन्होंने शनिवार की देर शाम ट्वीट कर कहा कि  जहां तक यूपी के चुनाव नतीजे का सवाल है, पिछड़े वर्गों के बड़े तबके ने भाजपा को समर्थन दिया. साथ ही गैर भाजपा पार्टियों द्वारा इन्हें जोड़ने का कोई प्रयास नहीं किया गया. यूपी में  बिहार की तर्ज पर महागंठबंधन भी नहीं हो पाया.

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके अलावा नोटबंदी का इतना कड़ा विरोध करने की जरूरत नहीं थी. कारण, इससे गरीब लोगों के मन में संतोष का भाव उत्पन्न हुअा था. उन्हें लगता था कि इससे अमीर लोगों को चोट पहुंची है. परंतु कई पार्टियों द्वारा इसे नजरअंदाज किया गया. नीतीश ने पंजाब में कांग्रेस पार्टी की बड़ी जीत पर बधाई दी. कांग्रेस का गोवा एवं मणिपुर में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरना सराहनीय है.



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