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By समाचार नाऊ ब्यूरो | Publish Date: Mon ,27 Feb 2017 10:02:09 am |
समाचार नाऊ ब्यूरो - विस्थापितों के विरोध के बावजूद कोडरमा थर्मल पावर प्लांट के ऐश पाउंड का निर्माण कार्य शुरु हो गया है। हालांकि अभी भी विस्थापित विरोध पर आमदा है, वही जिला प्रशासन विस्थापितों को प्रदूषण से नहीं डरने की सलाह दी है।
कोडरमा थर्मल पावर प्लांट में एस पाउंड के निर्माण को लेकर जारी गतिरोध अभी भी जारी है लेकिन प्लांट प्रबंधन डीवीसी ने ऐश पाउंड का निर्माण का कार्य शुरू कर दिया है। बड़ी संख्या में पुलिस बलों की मौजूदगी में और प्लांट के आसपास धारा 144 लागू कर ऐश पाउंड निर्माण के लिए सीमांकन किया जा रहा है। लगातार जिला प्रशासन के अधिकारी और डीवीसी के अधिकारी निर्माण स्थल पर जमे हुए हैं और अपनी निगरानी में निर्माण कार्य करवा रहे हैं। प्लांट के चीफ इंजीनियर एम सी झा ने बताया कि काफी प्रयास के बाद ऐशपौंड निर्माण के लिए सीमांकन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बिना ऐशपौंड के बिना प्लांट के दोनों यूनिट का संचालन नहीं हो पा रहा था जिससे आर्थिक क्षति हो रही है।
भले ही कोडरमा थर्मल पावर प्लांट के लिए ऐशपौंड का निर्माण कार्य शुरु हो गया है लेकिन विस्थापितों का विरोध अभी भी जारी है। विस्थापित अभी भी प्लांट से सटे करियावां गांव के मैदान में बैठे हैं और लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। हालांकि अब ग्रामीणों का प्रदर्शन उग्र होता दिख रहा है विस्थापितों का कहना है कि इस ऐशपौंड के निर्माण के बाद उनकी जिंदगी प्रदूषण से बदतर हो जाएगा और उनका भविष्य विकलांग हो जाएगा। विस्थापितों की एक ही मांग है गांव को विस्थापित कर दो और ऐशपौंड बना लो। विस्थापित महिलाओ ने कहा की जान देंगे लेकिन ऐशपौंड के लिए जमीन नहीं देंगे।
पिछले कई दिनों से कोडरमा थर्मल पावर प्लांट के ऐशपौंड के निर्माण को लेकर जारी गतिरोध को खत्म करने के लिए जिला प्रशासन ने ऐशपौंड के निर्माण क्षेत्र में धारा 144 लागू कर दिया है और प्रतिनियुक्त मजिस्ट्रेट की निगरानी में निर्माण कार्य चलाया जा रहा है। हालांकि इस पूरे मामले को देख रहे कोडरमा के एसडीओ प्रभात कुमार बरदियार का कहना है कि ग्रामीणों को समझा बुझा कर ऐशपौंड का निर्माण कार्य शुरू किया गया है लेकिन इस निर्माण में प्रदूषण के मानको का भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है ताकि विस्थापितों को प्रदूषण से मुक्ति मिल सके। उन्होंने विस्थापितों को प्रदूषण से नहीं डरने की सलाह दी है। एक तरफ जहाँ ऐशपौंड के निर्माण के लिए काम शुरू हो गया है वही विस्थापित अब अपनी मांगो को मनवाने के लिए कल से जिला मुख्यालय में भूख हड़ताल पर बैठने का निर्णय लिया है।
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