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By ?????? ??? ?????? | Publish Date: Mon ,16 Jan 2017 12:01:22 pm |
समाचार नाऊ ब्यूरो - मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने कहा कि जो नाव दुर्घटना हुयी है वह काफी दुखद है और इस घटना से मुझे गहरा सदमा लगा है। हमारी संवेदना प्रभावित परिवारों के साथ है। हमलोग उनके जीवन को वापस तो नहीं ला सकते, किन्तु उनके परिजनों को जो राहत मिल सकता है उसके तहत अनुग्रह अनुदान उपलब्ध कराया गया है। उन्होंने कहा कि नौका दुर्घटना के हर पहलू की जाॅच हो रही है। इसके लिये आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव श्री प्रत्यय अमृत और वरीय भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी श्री शालीन को जाॅच का दायित्व दिया गया है।
उन्होंने कहा कि घटना की जानकारी मिलते ही लगातार वे राहत एवं बचाव कार्य का अनुश्रवण करते रहे। आपदा प्रबंधन के प्रधान सचिव, होम गार्ड के डी0जी0, डी0एम0 पटना को तुरंत पहुॅचने का निर्देष दिया गया। भगौलिक क्षेत्र में जो दियारा है वह सारण जिले का पार्ट है। सारण के डी0एम0 और एस0पी0 भी स्थल पर पहुॅचे। एन0डी0आर0एफ0 की भी टीम भेजी गयी। सबलोग पहुॅचे, कुल मिलाकर 24 डेड बाॅडीज निकाले गये। नाव भी बाहर निकला। अब हर पहलू की जाॅच करायी जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यटन विभाग ने विज्ञापन निकालकर पतंग उत्सव आयोजित किया था। वहाॅ बड़ी संख्या में लोग गये थे। उनके पहुॅचने और वापस लाने का क्या प्रबंधन किया गया था। कल मैंने सभी अधिकारियों को बुलाकर पूछा है। यह घटना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि काल चक्र पूजा के समापन पर परम पावन दलाईलामा राज्य सरकार और जिला प्रषासन की व्यवस्थाओं की प्रषंसा कर रहे थे। इसमें 92 देषों के 1.75 लाख लोग आये थे। किन्तु एक चूक ने इन सभी बातों को पृष्ठ भूमि में ढकेल दिया। मेरी भी मनोस्थिति की परिकल्पना को आप सभी को समझना चाहिये।
उन्होने कहा कि एक एक पहलू का ध्यान रखना चाहिये। यह पूर्व का गाईड लाइन है कि नाव को कब चलाना है। उन्होंने कहा कि लोगों के आने-जाने की व्यवस्था हेतु स्टीमर, बोट का क्या प्रबंध था, प्रषासनिक एवं पुलिस स्तर पर क्या उत्तर दायित्व दिया गया था। सूर्यास्त से सूर्योदय तक किसी नाव का परिचालन नहीं होने का जब एस0ओ0पी0 निर्गत है तो ऐसी नौबत क्यों आयी। कितने बजे तक का अयोजन था। पर्यटन विभाग के कार्यक्रम के अलावे डिजनीलैंड की बात आयी है। तो किसने अनुमति दी थी, सुरक्षा का क्या इंतजाम था। एक-एक चीज की जाॅच होगी। दियारा मंे इस प्रकार का कोई कार्यक्रम नहीं करने का निर्देष दिया गया है। नाव रजिस्टर्ड था या नहीं जाॅच में सब देखना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जो भी घटना घटी है उस से हर आदमी दुखी है। ऐसी घटना नहीं हो इस संबध में ठोस माप दण्ड होगा। पूर्व से भी स्टैण्डर्ड आॅपरेटिंग प्रोसीजियर (एस0ओ0पी0) बना हुआ है। उन्होंने कहा कि जाॅच पूरी आॅब्जेक्टिविटी के साथ होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि घायलों के अस्पताल में भर्ती होते ही प्रधान सचिव स्वास्थ्य ने स्वयं पहुॅचकर इलाज की समुचित व्यवस्था करायी। उन्होंने कहा कि जाॅच कमिटी हर पहलू पर जाॅच करेगी और जाॅच रिपोर्ट पर यथोचित कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि अब ऐसी जगहों पर बिना मुख्य सचिव की अनुमति लिये कोई भी विभाग इस प्रकार का आयोजन नहीं करेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यटन विभाग के विज्ञापन में मेरी तस्वीर लगी है। मैंने अपने कार्यालय से पूछा है कि तस्वीर लगाने के संबंध में क्या कोई अनुमति प्राप्त की गयी है?
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