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निर्भय के दोषी को अफसोश नहीं

By समाचार नाऊ ब्यूरो | Publish Date:16:23:12 PM / Tue, Mar 3rd, 2015 |


16 दिसंबर 2012 को दिल्ली में हुए गैंगरेप ने भारत ही नहीं दुनिया भर में महिलाओं के ख़िलाफ़ अपराध को लेकर नज़रिए को बदलने का काम किया। लेकिन इस घटना के दोषियों का नज़रिया अभी तक नहीं बदला है। एक ब्रिटिश डॉक्यूमेंटरी के मुताबिक एक दोषी मुकेश सिंह को अब भी अपने किए पर कोई पछतावा नहीं है। वो इस गैंगरेप के लिए लड़की को ही ज़िम्मेदार बताता है। यही नहीं इस डॉक्यूमेंटरी में बचाव पक्ष के कई वकीलों के भी कई आपत्तिजनक बयान हैं जिसमें वो ये कह रहे हैं कि महिलाओं को अंधेरा होने के बाद बाहर नहीं जाना चाहिए। बचाव पक्ष वकीलों के कुछ बयान... एमएल शर्मा, बचाव पक्ष के वकील : हमारे समाज में हम लड़कियों को कभी शाम साढ़े छह, साढ़े सात या साढ़े आठ बजे के बाद अनजान लोगों के साथ बाहर नहीं जाने देते। एपी सिंह, बचाव पक्ष के वकील : अगर बहुत ज़रूरी हो तभी लड़की को बाहर जाना चाहिए लेकिन वो भी परिवार के सदस्यों के साथ। एमएल शर्मा, बचाव पक्ष के वकील : लड़की या महिला किसी भी नग या हीरे से ज़्यादा क़ीमती है। ये आप पर है कि आप उसे कैसे रखते हैं। अगर आप हीरे को सड़क पर रखेंगे तो ग़लत लोग उसे ले जाएंगे। आप रोक नहीं सकते। एपी सिंह, बचाव पक्ष के वकील : उसे रात के वक़्त ब्वॉय फ्रेंड के साथ नहीं जाना चाहिए था। इन आपत्तिजनक बयानों के बाद निर्भया के माता-पिता ने एनडीटीवी से कहा कि उन्हें इन लोगों के बयानों से फर्क नहीं पड़ता। उन्होंने ये भी कहा कि लगता है हमारी न्यायिक प्रक्रिया पूरी तरह असहाय है। ‘निर्भया’ के परिजन करेंगे कानूनी कार्रवाई ‘निर्भया’ के परिजनों ने इस मामले में दोषी ठहराए गए मुजरिम मुकेश सिंह द्वारा वारदात के लिए लड़की को ही जिम्मेदार बताने वाले बयान की कड़ी निन्दा करते हुए उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की बात कही है। लड़की की मां ने बताया कि उनकी बेटी के गुनहगार मुकेश का बयान बेहद शर्मनाक और कानून का मजाक उड़ाने वाला है। यह कानूनी प्रक्रिया के लचीलेपन का नतीजा है कि जेल में बंद होने के बाद भी मुजरिम अपनी घिनौनी हरकत को उचित ठहराने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने कहा कि अगर आरोपियों को मिली सजा पर जल्द अमल हो जाता तो मुकेश ऐसी बात कहने की हिम्मत नहीं कर पाता। साथ ही, लड़कियों तथा महिलाओं से होने वाली खौफनाक घटनाओं पर भी रोक लगाने में मदद मिलती। लड़की के भाई ने भी इस बयान की कड़ी निन्दा करते हुए कहा कि परिवार मुकेश के इस बयान के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगा। उन्होंने मीडिया पर भी दोषी व्यक्ति के बयान को तरजीह देकर उसे महिमामंडित करने का आरोप लगाया। कहा कि जिस तरह से मीडिया ने उस बयान को दिखाया, वह निन्दनीय है। राजनाथ सिंह साक्षात्कार पर कड़ा ऐतराज केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने 16 दिसंबर के बहुचर्चित सामूहिक बलात्कार कांड के दोषी मुकेश सिंह से तिहाड़ जेल में एक ब्रिटिश फिल्मकार द्वारा इंटरव्‍यू करने पर कड़ा ऐतराज जताया और जेल प्रमुख से इस पूरे मुद्दे पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि हिरासत में मुजरिम से इंटरव्‍यू किए जाने की घटना को गंभीरता से लेते हुए गृहमंत्री ने तिहाड़ जेल के महानिदेशक आलोक कुमार वर्मा से बात की और उनसे इस घटना पर तत्काल विस्तृत रिपोर्ट मांगी। सूत्रों के मुताबिक टेलीफोन पर बातचीत के दौरान जेल महानिदेशक ने गृहमंत्री को घटना के बारे में और उस संबंध में अबतक की गयी कार्रवाई के बारे में बताया। मीडिया में खबर आयी है कि ब्रिटिश फिल्मकार लेसली उडविन और बीबीसी को बस ड्राइवर मुकेश सिंह से इंटरव्‍यू करने की अनुमति दी गई थी। मुकेश सिंह को 16 दिसंबर, 2012 की रात को 23 साल की एक लड़की से नृशंस सामूहिक बलात्कार करने और उसकी हत्या करने के जुर्म में मृत्युदंड सुनाया गया है। क्‍या कहा था दोषी मुकेश ने इंटरव्‍यू में साक्षात्कार में मुकेश ने कहा था कि रात को घर से निकलने वाली महिलाओं पर यदि छेड़खानी करने वाले पुरूषों के गिरोह का ध्यान जाता है तो उसके लिए केवल महिलाएं ही जिम्मेदार हैं। उसने कहा था, ‘बलात्कार के लिए एक लड़के से ज्यादा लड़की जिम्मेदार है।’ मुकेश ने यह भी कहा था कि यदि लड़की और उसके दोस्त भिड़ने की कोशिश नहीं करते तो गिरोह उसकी ऐसी वहशी मार-पिटाई नहीं करते जिससे बाद में उसकी मौत हो गई। हत्या को दुर्घटना करार देते हुए उसने कहा था कि जब बलात्कार किया जा रहा था तो उसे भिड़ना नहीं चाहिए था। उसे चुपचाप रहना चाहिए था और बलात्कार होने देना चाहिए था। ऐसे में वे उसे कहीं बाद में उतार देते और बस लड़के की पिटाई करते।


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