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By समाचार नाऊ ब्यूरो | Publish Date:18:04:05 PM / Sat, Aug 13th, 2016 |
पलामू, गढ़वा, चतरा, गुमला. भारी बारिश से पलामू, गढ़वा और चतरा में भारी तबाही मची है. चतरा जिले के घंघरी गांव की गायत्री कुमारी (10) और जोरी के व्यास कुमार (15) की बाढ़ में बहने से मौत हो गयी है. सभी जिलों में कई पुल-पुलिया, सड़कें, आहर व डोभा बह गये हैं.
चतरा में 100 से अधिक घर जलमग्न हो गये. 350 कच्चे मकान ढह गये. गुमला जिले के खेतली गांव में मघनू ग्यार का घर ढह गया. गढ़वा में भी कई गांव जलमग्न हो गये हैं. ऊंटारी के पास कोयल नदी पर बना गढ़वा और पलामू को जोड़नेवाला पुल बह गया. पिछले साल ही ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल ने 20 करोड़ रुपये की लागत से यह पुल बनवाया था. बाढ़ के कारण गढ़वा के कई अन्य मार्गों पर भी आवागमन ठप हो गया है. इस पुल के बन जाने से बिहार जानेवालों को काफी सहूलियत हो गयी थी. अब एक बार फिर लोगों को पलामू से गढ़वा जाने के लिए अतिरिक्त 50 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ेगी. उधर, पलामू में कोयल नदी पर बने भीम बराज के दो फाटक टूट गये हैं व तीन क्षतिग्रस्त हो गये हैं.
इसकी वजह से कोयल और सोन नदी का जलस्तर बढ़ गया है और नदी किनारे बसे गांवों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है. भारी बारिश के कारण पांकी से मनातू को जोड़नेवाला सोनपुरवा पुल भी ध्वस्त हो गया है. सात करोड़ रुपये की लागत से इस पुल का निर्माण कराया गया था. पहली ही बरसात में इसका एक पाया खिसक गया था. गुरुवार रात हुई तेज बारिश में आधा पुल बह गया. इसके तीन पाये भी बहने की कगार पर हैं. पुल के ध्वस्त हो जाने से क्षेत्र के सोनपुरा, बलियारी, नवगढ़, टडवा, छतरपुर, कोइरियाडीह, श्यामगढ़, कसमार, कुंडू, खिचड़िया, सिलदिलिया सहित दर्जनों गांवों से आने-जानेवाले लोगों का संपर्क टूट गया. 14 जनवरी, 2014 से इस पुल पर आवागमन शुरू हुआ था.
पलामू
पड़वा प्रखंड में एनएच-75 पर आवागमन प्रभावित
गढ़वा-पड़वा मार्ग पर लब्जी नदी पर बना डायवर्सन भी बहा
कंडा-रबदा मार्ग पर बना पुल बहा
रंका मार्ग पर तहले नदी पर बना पुल का पहुंच पथ बहा
चैनपुर के झरीवा गांव में मकान पर गिरा पुराना पेड़
सात करोड़ की लागत से बना सोनपुरवा पुल भी ध्वस्त
पांकी से मनातू को जोड़ता है पुल
गढ़वा
नगरऊंटारी में डायवर्सन बहा, एक दर्जन मकान ढहे
कोयल नदी पर पुल के तीन पाये बहे
बिरहा नदी पर बने पुल से बह रहा पानी, ठप रहा आवागमन
कल्याणपुर के पास दानरो नदी पर बना पुल टूटा
एनएच-75 पर चेतना के पास पुलिया धंसी, आवागमन रहा ठप
सुंडीपुर के पास झारखंड के सबसे बड़े पुल का निर्माण कार्य प्रभावित
चिनिया में पुलिया बही
कांडी प्रखंड में भीम बराज के गेट नंबर चार व 25 का काउंटर वेट बाढ़ में बहा, दर्जनों गांव में पानी घुसा
लक्ष्मीबांध स्थित अनबोरवा नाला पर दो माह पहले 5.24 लाख की लागत से बनाया गया कच्चा डैम बह गया
चतरा
जोरी गांव में 16 लोग आठ घंटे तक पानी में फंसे रहे, राहत दल ने बचाया
बारिश ने तोड़ा 40 साल का रिकॉर्ड
टूट गया हेरू डैम का बांध
हंटरगंज के 70 गांव टापू में तब्दील
350 से अधिक कच्चे मकान गिरे
दो पुलिया, एक चेकडैम, एक डायवर्सन, पांच आहर व पांच पथ बहे
सबसे अधिक नुकसान हंटरगंज व मयूरहंड प्रखंड में
डीसी, एसपी व एसडीओ ने प्रभावित इलाकों में बचाव व राहत कार्यों का लिया जायजा
नेतरहाट
सड़क पर गिरे पत्थर, मिट्टी और पेड़
जोहनडेरा से मिलिट्री मोड़ तक पांच किमी लंबा जाम
21 घंटे तक फंसे रहे सैकड़ों चालक शाम पांच बजे से आवागमन शुरू
बारिश, बाढ़ और तबाही
ढाई महीने पहले तक पानी को तरस रहे जिलों में अब लोग बारिश से परेशान हो गये हैं. गुरुवार को शुरू हुई भारी बारिश से गढ़वा और चतरा में बाढ़ आ गयी है. पलामू में कोयल नदी पर बने भीम बराज के दो फाटक टूट गये और तीन क्षतिग्रस्त हो गये. इससे पलामू के कई जिलों में बाढ़ की आशंका बढ़ गयी है. वहीं, लातेहार घाटी में भू-स्खलन से 800 से अधिक लोगों को 21 घंटे तक भूखे-प्यासे बिताना पड़ा. मॉनसून की पहली बारिश में दो महीने पहले गढ़वा में बाढ़ से भारी तबाही मची थी. इस बार भी कई पुल-पुलिया और आहर बह गये हैं. पलामू, चतरा और गढ़वा में करोड़ों रुपये के नुकसान का अनुमान है.
गढ़वा : "48.9 लाख से बना 16 साल पुराना पुल बहा
गढ़वा में14 घंटे तक लगातार बारिश के बाद शहर के कल्याणपुर स्थित दानरो नदी पर 16 वर्ष पूर्व बना पुल शुक्रवार को ध्वस्त हो गया़ पुल के टूटने से चार प्रखंड सहित पीडीजे व एसपी को अपने आवास पर जाने में समस्या होगी. साथ ही गोपीनाथ सिंह महिला महाविद्यालय व गोपीनाथ सिंह बीएड कॉलेज में पढ़नेवाले छात्र-छात्राएं भी कॉलेज नहीं जा सकेंगी़ बारिश के बाद शुक्रवार को सुबह से ही दानरो नदी उफान पर थी़ बाढ़ के बढ़ते पानी को देखते हुए सीआरपीएफ ने सुबह 10 बजे से पुल पर आवागमन को रोक दिया था़ इस दौरान तेज बहाव से पुल का दो पाया क्षतिग्रस्त हो गया था़ इसके बाद दोनों तरफ से पुलिस लोगों को मुस्तैदी से रोक रही थी़ इसी बीच अपराह्न लगभग एक बजे पुल के बीच का हिस्सा बाढ़ में बह गया़
बहाव कम होते ही शुरू होगा काम : इइ
पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता प्रदीप कुमार ने कहा है कि पानी का बहाव कम होते रात-दिन काम कर जल्द से जल्द आवागमन को सामान्य बनाने की कोशिश की जायेगी. साथ ही उक्त स्थल पर नये पुल के निर्माण के लिए इसका प्राक्कलन बना कर विभाग के सच
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