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By समाचार नाऊ ब्यूरो | Publish Date:13:46:05 PM / Sun, Aug 14th, 2016 |
रियो डि जेनेरो: लंदन ओलिंपिक के फाइनलिस्ट रहे विकास गौड़ा ने रियो की चक्का फेंक स्पर्धा में अपने निराशाजनक प्रदर्शन के लिए इस वर्ष लगातार चोटों और दुर्भाग्य को जिम्मेदार ठहराया है। विकास पुरूषों की डिस्कस थ्रो स्पर्धा में 28वें स्थान पर तथा ओवरऑल 34वें स्थान पर रहे। विकास 4 साल पहले लंदन ओलिंपिक के फाइनल में पहुंचकर 8वें स्थान पर रहे थे और रियो में इस बार वह अपने पुराने प्रदर्शन तक को नहीं दोहरा सके।
अमरीका में रहने वाले विकास से इस बार भारत को काफी उम्मीदें थीं लेकिन वह अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन से मीलों दूर रह गये। विकास की सर्वश्रेष्ठ थ्रो 58.99 मीटर थी जो उनके सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 65.50 मीटर से बहुत दूर रही। विकास ने 3 प्रयासों में 57.59, 58.99 और 58.70 मीटर तक चक्का फेंका। विकास स्पर्धा में अपना व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ मार्क भी नहीं छू सके। वह ग्रुप बी में 18 खिलाड़ियों के क्वालिफिकेशन राउंड में 16वें स्थान पर रहे। अपने नाम 66.28 मीटर का राष्ट्रीय रिकार्ड रखने वाले गौड़ा ने अपने प्रदर्शन के बाद कहा कि मैं अच्छा नहीं खेल सका और इस बात से मैं बहुत ही निराश हूं।
उन्होंने कहा कि इस वर्ष मेरे भाग्य ने साथ नहीं दिया। मैं सालभर ही चोटों से जूझता रहा और तीन चार सप्ताह पहले तक तो मैं अभ्यास तक नहीं कर सका। मेरे लिए ओलंपिक की तैयारियों को पूरा करने का यह समय काफी नहीं था जिससे मेरे प्रदर्शन पर असर पड़ा। विकास ने साथ ही कहा कि मेरी घुटने की नसों में दिक्कत आ गई है और मुझे इसकी वजह से ट्रेनिंग छोड़कर कुछ समय आराम करना पड़ा था जिसकी वजह से मेरी तैयारी पूरी नहीं थी।
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