Breaking News
By समाचार नाऊ ब्यूरो | Publish Date: Tue ,04 Apr 2017 05:04:03 pm |
समाचार नाऊ ब्यूरो - अभिनेत्री विद्या बालन इन दिनों अपनी रिलीज के लिए तैयार फिल्म 'बेगम जान' के प्रमोशन में जी जान से जुटी है। श्रीजीत मुखर्जी के निर्देशन में बनी 'बेगम जान' अपने पोस्टर के टैगलाइन को लेकर भी काफी चर्चे में है, जिसमें लिखा है मेरा जिस्म, मेरा घर, मेरा देश और मेरे नियम इस टैगलाइन से पता चलता है कि इस बेगम में जान बहुत हैं। दरअसल ये टैगलाइन पूरी फिल्म को चंद शब्दों में बयां कर देती है। इसे सामाजिक मान्यताओं के बीच पिसती नारी के नए नारे के तौर पर देखा जा सकता है।
बातचीत में विद्या ने बताया, 'फिल्म की यह टैगलाइन फिल्म निर्देशक श्रीजीत के दिमाग की है। जब मैंने इस कैप्शन को देखा तो मुझे यह फिल्म के मिजाज के हिसाब से एकदम सटीक लगा। मुझे लगा यह सिर्फ बेगम जान के लिए ही क्यों? मैं भी तो ऐसा ही सोचती हूं कि मेरा जिस्म, मेरा घर, मेरा देश और केवल मेरे ही उसूल जब सबकुछ मेरा है तो इस पर कानून भी तो मेरा ही चलेगा।'
'बेगम जान' को लेकर विद्या कहती हैं, 'श्रीजीत जब बंगाली में इस फिल्म को 'राजकहिनी' के नाम से बना रहे थे तब उन्होंने मुझे इसका ऑफर दिया था। लेकिन उस समय मेरी थोड़ी तबियत खराब थी और बाद में मैं आराम करने के मूड में थी। इसलिए मैंने मना कर दिया। जिसके बाद उन्होंने रितुपर्णा सेनगुप्ता को लेकर फिल्म बना ली। बाद में मैंने जब ये फिल्म देखी तो तो मुझे लगा कि ये फिल्म हिंदी में भी बननी चाहिए।'
विद्या आगे कहती है, 'मैंने जब श्रीजीत को मना किया था तो मुझे लगा नहीं था कि वह दोबारा मुझसे संपर्क करेंगे किसी डायरेक्टर को जब एक बार आप किसी फिल्म के लिए मना कर दो तो वह नाराज हो जाते हैं, मुझे लगा था श्रीजीत भी नाराज हो गए होंगे। मुझे तब बहुत खुशी हुई जब वह 'बेगम जान' का बंगाली रूप लेकर वापस मेरे पास आए और कहा कि मैंने बंगाली में फिल्म बना ली हैं अब अगर आप चाहें तो इसे हिंदी में भी बना सकते हैं, आप इसे देख लिए और बताइए। इस बार मैंने दो दिन में ही फिल्म करने के लिए हां कर दिया था।'
All rights reserved © 2013-2024 samacharnow.com
Developed by Mania Group Of Technology.